सपना
सपने हमेशा पास मेरे रहे हैं
कभी तेरे और कभी मेरे रहे हैं
वो आज भी ऒझल से पर पास मेरे हैं
कल तक थे मेरे आज साथ तेरे हैं
मैं तेरे सपनो मैं कहीं गुम हुआ हूँ
आज मैं अपनी आँख मैं तेरा सपना
और अपने सपने मैं तेरा ही सपना देखता हूँ
कभी तेरे और कभी मेरे रहे हैं
वो आज भी ऒझल से पर पास मेरे हैं
कल तक थे मेरे आज साथ तेरे हैं
मैं तेरे सपनो मैं कहीं गुम हुआ हूँ
आज मैं अपनी आँख मैं तेरा सपना
और अपने सपने मैं तेरा ही सपना देखता हूँ
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