निर्मम हत्या
मेरी कहानी कि पात्रा का नाम कायरा है बहुत ही खुशनुमा और प्यारी सी एक लड़की और उसके जीवन संघर्ष की कहानी है
कायरा आज कल बहुत खुश है आजकल उसका रिश्ता जो पक्का हो गया है और उसने अपने सपनो की दुनिया को सजाना जो सुरु कर दिया है वो एक समझदार और खुशनुमा सी लड़की है हर को उसे प्यार करता है और वो भी हरकिसी के साथ प्यार से मिलती है और बात करती है,अपने घर,रिश्तेदार और आस- में हर कोई उसे पसंद करता है और तारीफ करता है इतना सारा प्यार और क्या चाहिए के लिए l
दिन आ गया जब जब कायरा के सपने हक़ीक़त बन कर सामने खड़े थे और वो दिल खोल कर उनका स्वागत करने के लिए तैयार थी ,लाल जोड़ा मेहँदी लगे हाथ माथे पर जगमगाती बिंदिया आँखों मैं काजल और गहनो और फूलों से सजी सबरी बहुत प्यारी लग रही थी मनो अप्सरा ज़मीन पर उतर आयी हो अर्जुन उसे प्यार देखे जा रहा था और सबकी नज़रे चुरा कर उसने चुपके से कायरा से कहा वो बहुत सुन्दर लग रही है l
बहुत खूबसूरत से सपने के तरहा से सब कुछ बहुत अच्छा लग रहा था कायरा को ,शादी की सारी रस्में आरम्भ हुई कायरा को लगा दुनिया की सबसे खुशकिस्मत लड़की है ,एक राजकुमारी की तरहा से सजी सबरी कायरा सच मैं बहुत ख़ूबसूरत लग रही थी,शादी की रस्में पूरी हुई अब वक़्त विदाई का आ गया सबकी आँखें नम हो गयी और कायरा विदा होकर अपने ससुराल आ गयी बहुत सारे सपने और सबके लिए दिल में बहुत सारा प्यार लेकर आयी थी l
घर मैं अभी आकर बैठी ही थी कि उसकी ननंद ने कुछ कठोर शब्दों मैं ताना दिया और कहा भैया की पंडित जी ने और भी शादियां होना बताया है , कायरा को समझ नहीं आया कि क्यों अचानक से उसने ऐसा क्यों बोला थोड़ी मायूस हुई और उसके मन मैं डर सा आया अपने भबिष्य को लेकर , फिर वो मुस्कुराई और भगवान् सब अच्छा होगा सोचकर वापस खुश हो गयी उसका आज पहला दिन था और वो उदास होकर उसे शुरू नहीं करना चहती थी l
बहुत खूबसूरत से सपने के तरहा से सब कुछ बहुत अच्छा लग रहा था कायरा को ,शादी की सारी रस्में आरम्भ हुई कायरा को लगा दुनिया की सबसे खुशकिस्मत लड़की है ,एक राजकुमारी की तरहा से सजी सबरी कायरा सच मैं बहुत ख़ूबसूरत लग रही थी,शादी की रस्में पूरी हुई अब वक़्त विदाई का आ गया सबकी आँखें नम हो गयी और कायरा विदा होकर अपने ससुराल आ गयी बहुत सारे सपने और सबके लिए दिल में बहुत सारा प्यार लेकर आयी थी l
घर मैं अभी आकर बैठी ही थी कि उसकी ननंद ने कुछ कठोर शब्दों मैं ताना दिया और कहा भैया की पंडित जी ने और भी शादियां होना बताया है , कायरा को समझ नहीं आया कि क्यों अचानक से उसने ऐसा क्यों बोला थोड़ी मायूस हुई और उसके मन मैं डर सा आया अपने भबिष्य को लेकर , फिर वो मुस्कुराई और भगवान् सब अच्छा होगा सोचकर वापस खुश हो गयी उसका आज पहला दिन था और वो उदास होकर उसे शुरू नहीं करना चहती थी l
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