यादों का मौसम
दिल मैं फिर आज यादों का भंबर कहीं उठा है
इक चेहरा तेरा फिर कहीं छुपा कहीं है
तकिये में मुह छुपाये यू तो रोये हैं कई बार
आज फिर नम आँखों ने याद तुझे किया है
कई बार तेरे आने की आहट का इंतज़ार किया है
फिर आज मेरे मन के मौसम ने याद तुझे किया है
कशमकश दिल मैं है बहुत आज जब याद किया है
क्यों तुमने एक बार भी पलट के नहीं देखा है
मैंने तो हर आहट को तेरा ही नाम दिया है
बदलता हुआ तेरी याद का यह मौसम भी है
जो सबन कभी भादों की तरह बदला नहीं है
एक याद का रंग है जो कभी बदला भी नहीं है
लो फिर आज दिल मैं यादों का भबर कहीं उठा है
दिल मैं फिर आज यादों का भंबर कहीं उठा है
इक चेहरा तेरा फिर कहीं छुपा कहीं है
तकिये में मुह छुपाये यू तो रोये हैं कई बार
आज फिर नम आँखों ने याद तुझे किया है
कई बार तेरे आने की आहट का इंतज़ार किया है
फिर आज मेरे मन के मौसम ने याद तुझे किया है
कशमकश दिल मैं है बहुत आज जब याद किया है
क्यों तुमने एक बार भी पलट के नहीं देखा है
मैंने तो हर आहट को तेरा ही नाम दिया है
बदलता हुआ तेरी याद का यह मौसम भी है
जो सबन कभी भादों की तरह बदला नहीं है
एक याद का रंग है जो कभी बदला भी नहीं है
लो फिर आज दिल मैं यादों का भबर कहीं उठा है
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